Monday, September 22, 2008

जो है उसी को ईश्वर कहते हैं

एक भाई का प्रश्न है कि क्या ईश्वर है?
छोटी सी बात है जो नहीं समझ पाने के कारण बड़ी सी दिखने लगती है। दुनिया में जिसकी स्थाई सत्ता है उसी तत्व का नाम ईश्वर है। वह अपने मूल रूप में अजर, अमर, अविनाशी है। उसे देखा, छुआ और मिटाया नहीं जा सकता। बस अनुभव किया जा सकता है।
यूरोप में अस्तित्व कि खोज का जो कार्यक्रम चल रहा है वह असल में उसी मूल तत्व के संधान का कार्य है। भारतीय सांस्कृतिक सद्ग्रंथों में इसका बड़ा ही स्पष्ट उल्लेख सदियों से है। अब वैज्ञानिकों कीबारी है की वे इस पर प्रकाश डालें।

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